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कमल दीक्षित, महेश दर्पण

कमल दीक्षित ने पत्रकार के रूप में हर मोर्चे पर कार्य किया। वे उप-सम्पादक, संवाददाता, फ़ीचर-पृष्ठ सम्पादक, समाचार सम्पादक, स्थानीय सम्पादक तथा प्रबन्ध सम्पादक के रूप में समाचार-पत्रों तथा समाचार एजेंसी में कार्य करते रहे। भोपाल के दैनिक ‘मध्यदेश’, ‘दैनिक जागरण’ से प्रारम्भ उनकी पत्रकार-यात्रा में ‘समाचार भारती’ (भोपाल, नागपुर, दिल्ली, चंडीगढ़), ‘दैनिक नवभारत’ (इन्दौर) तथा ‘राजस्थान पत्रिका’ (जयपुर) मुख्य पड़ाव रहे।

वे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पत्रकारिता संकाय में प्रोफ़ेसर के रूप में भी कार्यरत रहे।

निधन : 10 मार्च, 2021

महेश दर्पण

जन्‍म : 1 जुलाई, 1956: धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश।

प्रमुख कृतियाँ : ‘अपने साथ’, ‘चेहरे’, ‘मिट्टी की औलाद’, ‘रफ़्तार’, ‘वर्तमान में भविष्‍य’, ‘जाल’, ‘इक्कीस कहानियाँ’ (कहानी-संग्रह); ‘पंचतंत्र की कथा निराली’ (नाटक); ‘रचना-परिवेश’ (आलोचना); ‘पुश्किन के देश में’ (यात्रा-वृत्‍तान्‍त); ‘बहादुरशाह जफ़र’ (जीवनी)।

सम्‍पादन : ‘स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी कहानी कोश’ व ‘बीसवीं शताब्दी की हिन्दी कहानियाँ’ समेत कई पुस्तकों का सम्‍पादन। ‘सूर्या’, ‘सारिका’, ‘दिनमान’ के सम्पादन विभाग में काम करने के बाद सान्ध्य दैनिक ‘सान्ध्य टाइम्स’ के वरिष्ठ सम्पादकीय सहयोगी रहे।

सम्‍मान : हिन्दी अकादमी का ‘साहित्यकार सम्मान’ एवं ‘कृति पुरस्कार’, ‘पुश्किन सम्‍मान’ (मास्‍को), ‘राजेन्‍द्र यादव पुरस्‍कार’, ‘गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्‍कार’, ‘सुभाषचन्‍द्र बोस पुरस्‍कार’, ‘पीपुल्‍स विक्‍ट्री अवार्ड’ आदि।

ई-मेल : darpan.mahesh@gmail.com

समाचार संपादन

कमल दीक्षित, महेश दर्पण

मूल्य: $ 14.95

विश्वास है कि सम्पादक बनने के सपने को मूर्त रूप देने में बहुत सारे लागों के लिए यह पुस्तक पाथेय सिद्ध होगी।

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